रूधिर पट्टिकाएं (Blood Platelets) – इन्हें थ्रोम्बोसाइट भी कहते हैं।
- ये वास्तविक कोशिकाएं ना होकर एक बड़ी कोशिका के टुकड़े हैं।
- इनका आकार R.B.C. एवं W.B.C. से छोटा (2-3 \muμm) होता है।
- इनका निर्माण भी अस्थि मज्जा में ही होता है।
- इनका जीवनकाल 1 सप्ताह तक होता है।
- इनका मुख्य कार्य रूधिर के थक्के बनाना होता है।
सीरम : रूधिर स्कन्दन के बाद कुछ पीला सा पदार्थ शेष रह जाता है जिसे सीरम कहते हैं। इसमें फाइब्रिनोजन प्रोटीन नहीं पाया जाता क्योंकि यह स्कन्दन के समय फ्राइब्रिन में बदल जता है। सिरम में एन्टीबॉडीज भी नहीं पायी जाती है।
- रूधिर = प्लाज्मा + रक्त कोशिकाएँ (R.B.C. W.B.C., Platelets)।
- प्लाज्मा = रूधिर – रक्त कोशिकाए।
- सीरम = प्लाज्मा – फाइब्रिनोजन + एन्टीबॉडीज।