पाचन तंत्र के कार्य

पाचन तंत्र के कार्य

हर्निया

  • कुछ लोगों में आहारनाल की लम्बाई बढ़ जाती है। और यह आहारनाल नर में वृषण कोष में प्रवेश कर जाती है जबकि महिला के पेट के पास जमा हो जाती है, जिसे हर्निया कहा जाता है।

बवासीर (पाईल्स)

  • यदि रक्त वाहनियों की लम्बाई बढ़कर बड़ी आँत से बाहर आ जाती है तो मल त्याग करते समय रक्त का स्त्राव होता है, जिसे बवासीर कहा जाता है।

बेरियाट्रिक सर्जरी

  • मोटापे को दूर करने का यह प्रचलित तरीका है।
  • इसमें छोटी आँत की लम्बाई को कम कर दिया जाता है, जिससे शरीर भोजन की मांग को कम कर दिया जाता है तथा धीरे धीरे दूर हो जाता है।

अल्सर

  • जब अधिक मात्रा में भोजन किया जाता है तो भोजन आमाशय से जल्दी छोटी आंतों में प्रवेश कर जाता है। तथा इस भोजन में उपस्थित HCl छोटी आंतों की दिवारों को जलाना आरम्भ कर देता है। इसे अल्सर कहा जाता है।
  • अल्सर का पता लगाने के लिए एण्डोस्कोपी नामक यंत्र का उपयोग किया जाता है।
  • एण्डोस्कोपी पूर्ण आँतरिक परावर्तन पर आधारित है।

अवशोषण

  • पाचन की प्रक्रिया के पश्चात् पचित भोजन का अवशोषण किया जाता है।

मुख गुहा

  • यहाँ केवल औषधियों का अवशोषण होता है।

आमाशय

यह जल, सरल शर्करा तथा एल्कोहोलों का अवशोषण करता

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