सीकर के मंदिर | Sikar Mandir GK

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खाटूश्यामजी

सीकर से लगभग 65 किमी. दूर दांतारामगढ़ तहसील के खाटू ग्राम में श्यामजी (कृष्णजी) का प्रसिद्ध मंदिर स्थित है जिसकी नींव अभयसिंह (अजमेर राजा अजीतसिंह के पुत्र) द्वारा रखी गई। यहाँ फाल्गुन व कार्तिक माह में विशाल मेला लगता है। खाटूश्यामजी में महाभारत कालीन यौद्धा बर्बरीक का मंदिर है। यह ‘शीश के दानी’ के नाम से भी प्रसिद्ध है।

हर्ष महादेव का मंदिर

सीकर से 14 किमी. दक्षिण में हर्षगिरी की पहाड़ियों में हर्ष महादेव का मंदिर स्थित है। इस शिखरयुक्त मंदिर के गर्भगृह में विशाल एवं भव्य सफेद मकराने के संगमरमर का 10वीं सदी का शिवलिंग स्थापित है। इस लिंगोद्भव मूर्ति में ब्रह्मा व विष्णु को शिवलिंग का आदि व अंत जानने हेतु परिक्रमा करते हुए दिखाया गया है। यह मंदिर 973 ई. में विग्रहराज द्वितीय के काल में निर्मित करवाया गया।

जीणमाता का मंदिर

यह ऐतिहासिक व धार्मिक स्थल गोरियाँ रेल्वे स्टेशन से लगभग 4 किमी. दूर रैवासा गाँव में तीन पहाड़ियों के मध्य स्थित है। जीणमाता के मंदिर में चैत्र और आश्विन माह के नवरात्रों में दो विशाल मेले लगते हैं। यहाँ लोग विवाह की जात देने, बच्चों के मुण्डन करवाने तथा अन्य मनौतियों के लिए आते हैं। यहाँ कनफड़ा जोगी जीणमाता का गीत गाते हैं। जीणमाता को भंवरों वाली देवी के रूप में जाना जाता है।

रैवासा धाम

यहाँ निर्मित सप्त गौमाता मंदिर राजस्थान का पहला एवं भारत का चौथा मंदिर है। इसके अलावा यहाँ काले पत्थर की आकर्षक मूर्ति से प्रतिष्ठित 700 वर्ष पुराना श्रीकृष्ण मंदिर, पुराने जैन मंदिर आदि मिले हैं।

सिकराय माता मंदिर

सीकर में। सिकराय माता को सनकारी माता भी कहा जाता है।

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