Jodhpur Mandir GK
श्वेताम्बर जैन मंदिर
ओसवाल समाज की कुलदेवी सच्चिका माता का मंदिर तथा सूर्य मंदिर के अलावा यहाँ कुल 16 मंदिर है जिनका निर्माण 7वीं से 10वीं शताब्दी के मध्य में प्रतिहारों द्वारा करवाया गया।
महामंदिर
नाथ सम्प्रदाय का प्रमुख तीर्थ स्थल, जहाँ महाराज मानसिंह द्वारा 1812 में 84 खम्भें पर भव्य मंदिर का निर्माण करवाया गया।
रावण का मंदिर
जोधपुर में उत्तरी भारत का पहला रावण मंदिर बनाया जा रहा है। रावण की पत्नी मंदोदरी जोधपुर की प्राचीन राजधानी मंडोर की रहने वाली थी।
सच्चियाय माता मंदिर
ओसियां (जोधपुर) में 11वीं सदी में निर्मित मंदिर। सच्चियाय माता ओसवालों की कुलदेवी मानी जाती है। सच्चियाय माता का मंदिर महिष मर्दिनी की सजीव प्रतिमा के लिए प्रसिद्ध है। ओसियां 8वीं सदी के बने गुर्जर प्रतिहार कालीन जैन एवं वैष्णव मंदिर समूह के लिए प्रसिद्ध है।
33 करोड़ देवी-देवताओं की साल
मण्डोर (जोधपुर) में स्थित है। इसे ‘Hall of Heroes’ और ‘वीरों की साल’ के नाम से जाना जाता है।
अचलनाथ महादेव मंदिर
जोधपुर में स्थित अचलनाथ महादेव मंदिर का निर्माण मारवाड़ के राजा राव गंगा की रानी नानक देवी द्वारा 1531 ई. में करवाया गया था।
तीजा मांगी मंदिर
जोधपुर में स्थित इस मंदिर का निर्माण मारवाड़ के राजा मानसिंह की रानी प्रताप कुँवरी द्वारा करवाया गया।
ज्वालामुखी मंदिर
जोधपुर दुर्ग की पचेटिया पहाड़ी पर एक चट्टान को काटकर महिषासुर मर्दिनी की प्रतिमा बनाकर मंदिर का निर्माण करवाया।