my gk book की पिछली पोस्ट में हमने आप को राजस्थान में गिलूण्ड सभ्यता के बारे में विस्तार से जानकारी दी थी। इस पोस्ट में हम आप को राजस्थान में बागोर सभ्यता के बारे में विस्तार से जानकरी देंगे।
बागोर सभ्यता
यह सभ्यता बागोर (भीलवाड़ा) में स्थित है।
- बागोर सभ्यता एक पाषाणकालीन सभ्यता स्थल माना जाता है।
- बागोर सभ्यता स्थल भीलवाड़ा में मांडल तहसील में कोठारी नदी के तट पर स्थित है।
- बागोर सभ्यता का उत्खनन कार्य 1967-68 में डाॅ. विरेन्द्रनाथ मिश्र, डॉ. एल.एस. लेश्निक व डेक्कन कॉलेज पूना तथा राजस्थान पुरातत्व विभाग के सहयोग से किया गया।
- बागोर सभ्यता में तीन स्तरों के अवशेष प्राप्त हुए हैं।
- बागोर सभ्यता में स्थित महासतियों का टीला बागोर सभ्यता का उत्ख्नन स्थल है।
- बागोर की सभ्यता को ‘आदिम संस्कृति का संग्रहालय’ माना जाता है।
- बागोर सभ्यता में 14 प्रकार की कृषि किए जाने के अवशेष मिले हैं।
- बागोर सभ्यता में लोग कृषि, पशुपालन एवं आखेट करते थे।
- बागोर सभ्यता में उत्खनन से पाँच तांबे के उपकरण प्राप्त हुए हैं जिनमें से एक 10.5 सेमी. छेद वाली सूई है।
- बागोर सभ्यता में कृषि एवं पशुपालन के प्राचीनतम साक्ष्य प्राप्त हुए हैं।
- बागोर सभ्यता में मकान पत्थर से बने थे तथा फर्श में भी पत्थरों को समतल कर जमाया जाता था।
- बागोर सभ्यता में प्राप्त पाषाण उपकरणों में ब्लेड, छिद्रक, स्क्रेपर तथा चांद्रिक आदि प्रमुख हैं।