विश्व परिवहन

विश्व परिवहन- जल, नहर, पाइपलाइन, पतन

जल परिवहन 

अंतरिप पतन

इन पतनों में जो माल आता है, उसके भेजनेवाले दूसरे देश होते हैं एवं उनका गंतव्य भी कोई अन्य देश होता है अर्थात् ऐसे पतनों द्वारा एक देश के माल को किसी अन्य देश तक भेजने का कार्य संपन्न किया जाता है । इन पत्तनों पर आने वाले माल को बड़े-बड़े गोदामों में संचयन करके रखा जाता है । सिंगापुर, रॉटरडम, कोपेनहेगेन आदि विश्व के अंतरिप पतन हैं ।

पोर्ट ऑफ कॉल

लम्बे समुद्री मार्गों के बीच स्थित वैसे स्थान जहां जलयानों को ईंधन, पानी या यात्रियों को भोजन आदि के लिए रुकना पड़ता था, कालांतर में पत्तन के रूप में विकसित हो गये। अदन इसका सबसे अच्छा उदाहरण है, होनालुलू तथा सिंगापुर भी ऐसे ही पत्तन हैं –

तेल पत्तन

इसे दो प्रकारों में बांटा गया है

टैंकर पत्तन 

ये ऐसे पतन हैं जहां टैंकरों में तेल भरने एवं उनसे तेल खाली करने के आधुनिक सुविधाएँ प्राप्त किये जाते हैं । विश्व में इसके प्रमुख उदाहरण मराकैबो ( वेनेजुएला ), अस्सखीरा (ट्यूनीशिया), त्रिपोली (लीबिया ), कोलकाता एवं कोचीन आदि ।

परिष्करणशाला पत्तन

इन पत्तनों में खनिज तेल की परिकरणशालाओं की स्थापना की गई है । इनका प्रमुख उदाहरण फारस की खाड़ी पर स्थित अबादान है ।

नौसैनिक पत्तन

इनका सामरिक महत्व अधिक होता है । यहां नौसेना के लड़ाकू जहाजों को आने-जाने एवं रख-रखाव की सुविधाएं उपलब्ध रहती हैं । हमारे देश में कोचीन तथा कारवार ऐसे ही पतन हैं ।

प्नहर प्रणाली

वोल्गा प्रणाली

वोल्गानदी कैस्पियन सागर में गिरती है । वोल्गा-मास्को नहर द्वारा मास्को क्षेत्र को इससे जोड़ा गया है । वोलोप्लडॉन नहर द्वारा काला सागर तक नौ-परिवहन संभव है ।

स्वेज नहर

यह नहर विश्व की सबसे बड़ी जहाजी नहर है जो भूमध्यासागर को लाल सागर से जोड़ती है । 1869 ई. में तैयार यह नहर मिस की नील घाटी के निचले भाग तथा सिनाई प्रायद्वीप को पृथक करती है । सबसे उत्तरी पतन पोर्ट सईद तथा दक्षिणतम पत्तन पोर्ट स्वेजन है । मध्य में पोर्ट फौद, पोर्ट तौफिक तथा इस्माइलिया प्रमुख पत्तन है । यह नहर 162 किमी. लम्बी है । 1956 ई. में मिश्र की सरकार ने इस नहर का राष्ट्रीयकरण कर दिया था ।

पनामा नहर

सू-नहर यह नहर पनामा स्थलखंड को काटकर बनाई गई है जो प्रशांत महासागर और कैरेबियन सागर (अटलांटिक महासागर) को जोड़ता है । प्रशांत तट पर पनामा तथा कैरेबियन तट पर कोलोन पत्तन अवस्थित है ।

यह नहर उत्तरी अमेरिका की सुपीरियर झील को  ह्ययूरन झील से मिलाती है ।

वैलेन्द नहर : यह इरी और ओन्टेरियों के बीच की दूरी कम करती है ।

इरी नहर : यह यूएसए में इरी और ह्ययूरन झील को जोड़ती है ।

कील नहर : यह पश्चिमी जर्मनी में उतरी सागर को बाल्टिक सागर से जोड़ती है ।

स्टालिन नहर या श्वेत बाल्टिक नहर बाल्टिक सागर को आर्कटिक सागर से जोड़ती है ।

राइन-मेन-डेन्युब नहर यह उत्तरी सागर को काला सागर से जोड़ती है ।

सेंट लारेंस जलमार्ग  

यह ग्रेट लेकस से जुड़ा हुआ है एवं कुल 3760 किमी. की दूरी तक आंतरिक भागों में समुद्री जहाजों का यातायात संभव बनाता है । इसी मार्ग के कारण महान झील के बंदरगाहों को समुद्री बंदरगाहों की भांति ही विकसित किया गएं। है ।

पाइपलाइन परिवहन

बिंग इंच पाइपलाईन

यह पाइपलाइन युएसए में मेक्सिको की खड़ी के तटीय कुओं से खनिज तेल की उत्तर-पूर्वी क्षेत्र तक पहुंचाने के लिए बिछायी गयी है ।

कॉमेकॉन

यह पाइपलाइन पूर्व सोवियत संघ में स्थित है एवं इसके माध्यम से वोल्गर तथा गूगल तेल क्षेत्रों से पूर्वी यूरोप के साम्यवादी राष्ट्रों तक खनिज तेल पहुंचाया जाता है।

टैपलाइन

द.एशिया में स्थित ओपेक देशों तथा ईरान, इराक, सऊदी अरब, कुवैत आदि से भूमध्यसागर के तट पर स्थित तेलशोधनशालाओं तथा बंदरगाहों तक पाइपलाइन का सघन जाल बिछाया गया है जिसमें सबसे बड़ी पाइपलाइन टैपलाइन कहलाती है । यह 1677 किमी. लम्बी है और फारस की खड़ी में स्थित तेल कुंओं को सिडान नामक नगर से जोड़ती है ।

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