Plotter kya hai – यह एक Output Device हैं जो Charts Drawing, Maps, 3-D रेखाचित्र, Graph तथा अन्य प्रकार के Hard Copy Print करने के काम में लेते हैं। इसमें Arms होते हैं, जिसमें Pens लगे होते हैं वे Arms Move करती हैं तथा जहाँ पेपर लगे होते हैं वहाँ Image Create हो जाती हैं।
Types of Plotter in Hindi
ये दो प्रकार के होते हैं-
- FlatBed Plotter
- Drum Plotter
Flatbed Plotter
इस Plotter में कागज के स्थिर अवस्था में एक बेड (Bed) या ट्रे (Tray) में रखा जाता हैं। एक भुजा (Arm) पर पेन (Pen) चढ़ा रहता हैं, जो मोटर में कागज पर ऊपर-नीचे (Y-अक्ष) और दायें-बायें (X-अक्ष) गतिशील होता हैं। कम्प्युटर पेन को X-Y अक्ष की दिशाओं में नियंत्रित करता हैं और कागज पर आकृति चित्रित करता हैं।
इलेक्ट्रॉस्टेटिक तकनीक ( Electrostatic Technique )
इस तकनीक में पेन (Pen) के स्थान पर एक टोनर बेड (Toner Bed) होता हैं। यह टोनर बेड (Toner Bed) फोटोकॉपी मशीन की ट्रे (Tray) के समान कार्य करता हैं, लेकिन यहाँ प्रकाश के स्थान पर कागज आवेशित (Charged) करने के लिए छोटे-छोटे तारों (Wires) का एक जाल (Matrix) होता हैं। जब आवेशित कागज टोनर (Toner) से गुजारा जाता हैं तो टोनर कागज के आवेशित बिन्दुओं पर चिपक जाता हैं। जिससे चित्र (Image) उभर आता हैं।
Flat Bed इलेक्ट्रॉस्टैटिक प्लॉटर (Flat bed Electrostatic Plotter) की गति तो तीव्र होती हैं, लेकिन इसके आउटपुट की स्पष्टता पेन प्लॉटर (Pen Plotter) से कम होती हैं। ड्रम प्लॉटर (Drum Plotter) और फ्लैटबेड प्लॉटर (Flat bed Plotter), दोनों प्रकार के प्लॉटरों में पेन तकनीक या इलेक्ट्रॉस्टैटिक (Electrostatic) तकनीक का प्रयोग हो सकता हैं।
Drum Plotter
यह एक ऐसी आउटपुट डिवाइस हैं, जिसमें पेन (Pen) प्रयुक्त होते हैं, जो गतिशील होकर कागज की सतह पर आकृति तैयार करते हैं। कागज एक ड्रम पर चढ़ा रहता हैं, जो आगे खिसकता जाता हैं। पेन (Pen) कम्प्युटर द्वारा नियंत्रित होता हैं। कई पेन प्लॉटरों में फाइबर टिप्ड पेन (Fiber tipped pen) होते हैं।
यदि उच्च क्वालिटी की आवश्यकता हो तो तकनीकी ड्राफ्टिंग पेन ( Technical Drafting Pen ) प्रयोग किया जाता हैं। पेन (Pen) की गति एक बार में एक इंच (inch) के हजारवें हिस्से के बराबर होती हैं। कई रंगीन प्लॉटरों में चार या चार से अधिक पेन (Pen) होते हैं। प्लॉटर एक सम्पूर्ण चित्र (Drawing) को कुछ इंच प्रति सैकण्ड की दर से प्लाट करता हैं।
Micro-Film में Data Store करने के लिए पहले Output को किसी संग्रह माध्यम पर लेना होता हैं, उसके पश्चात् उसे Micro-Film पर Transfer कर दिया जाता हैं। Micro Film व Micro Fitche को पड़ने के लिए एक अलग Device Use में लेनी होती हैं जो Output को अलग-अलग Frames के रूप में Store करती हैं।
यह Computer Output को Micro Film Media पर Store करने की तकनीक हैं। Micro-Film एक Reel या एक Micro Fitche के रूप में होती हैं। एक 4/6 इंच के आकार की Micro Fitche में लगभग 250 छपे हुए पेज आ सकते हैं। यह तकनीक उन Offices में अधिक उपयोगी होती हैं, जहाँ फाईलों में अधिक संशोधन नहीं होता हैं।
Multimedia Projector
यह Video संकेतों को Input के रूप में ग्रहण करता हैं तथा लैंस का प्रयोग कर Screen पर उसके अनुसार Image को प्रदर्शित करता हैं। सभी प्रकार के Projector बहुत ही तेज रोशनी का प्रयोग Image को प्रदर्शित करने में करते हैं। आधुनिक Projectors में Manual Settings के द्वारा Image इत्यादि को सुधारने की क्षमता होती हैं। आजकल इसका प्रयोग Conference तथा Presentation इत्यादि में किया जाता हैं।