Floppy Disk या Diskette एक प्लास्टिक के आवरण में Myler पदार्थ की वृत्ताकार चकती (Disk) होती हैं। जिसकी सतह पर चुम्बकीय पदार्थ का लेप (Magnetic Metrial Coating) होती हैं। Hard Disk के समान इसकी दोनो सतहो पर Tracks एवं Sector होते हैं। Floppy Disk का आवरण इसमें स्थित डिस्क को घूमने पर Scratch से बचाता हैं।
What is Floppy Disk in Hindi
इसकी डिस्क 3.50″ तथा 5.25″ के व्यास में उपलब्ध हैं। इसके आवरण में एक हिस्सा खुला रहता हैं जिससे Read/Write Head Data को जो डिस्क पर स्टोर होते हैं Read कर सकते हैं। इसमें Cylinder का कोई System नहीं होता हैं। इसके आवरण में एक छिद्र होता हैं। जब यह Photo Sensor के नीचे आता हैं तो इसका अर्थ है कि Read/Write Head अब वर्तमान Track के प्रथम Sector पर स्थित हो गया हैं। 5.25″ Floppy के एक ओर कुछ कटा हुआ भाग होता हैं। जिसे Write Protect Notch कहते हैं।
यदि Write Protect Notch को एक Stiker या Tape से बंद कर दिया जाता हैं तो Disk पर से डाटा केवल रीड किया जा सकता हैं। जबकि 3.5″ की Floppy में एक बटन होता हैं, जिसका प्रयोग कर Floppy को Write protect कर सकते हैं। Floppy Disk 300 RPM (Round Per Minute) की गति से घूमती हैं। Floppy के मध्य एक बड़ा छिद्र होता हैं तथा Floppy Drive में Fit होता हैं।
Floppy Disk में Data संग्रहण
Floppy Disk में Data अदृश्य Tracks में संग्रहित होता हैं। प्रत्येक Track का एक नंबर होता हैं। प्रत्येक Track अनेक Sectors में विभाजित होता हैं। प्रत्येक Track में Sectors की संख्या समान होती हैं। Disk को Format करने पर Tracks व Sector बनते हैं। Floppy Disk के प्रारम्भिक Track (0th Track) का उपयोग अन्य Track में संग्रहित सूचना को पहचानने में होता हैं। एक Sector में मुख्यतः दो भाग होते हैं।
- Identification Field or Fat Area ( पहचान क्षेत्र )
- Data Field ( डाटा क्षेत्र )
- पहचान क्षेत्र – इसमें उस Sector का Address, Track संख्या Head संख्या और सेक्टर संख्या के रूप में संग्रहित करता हैं।
- डाटा क्षेत्र – Data क्षेत्र में डाटा संग्रहित रहता हैं।
Floppy Disk Formation
नई Floppy में कोई भी Track अथवा Sector नहीं होते है। आजकल Floppy पहले से Formated आती हैं। Disk में Track व Sector बनाने के लिए Floppy की Formating की जाती हैं। Floppy Formating का कार्य Operating System की सहायता से किया जाता हैं। हम उपयोग में ली गई किसी Floppy को format कर सकते हैं। किन्तु इस प्रक्रिया में Floppy में पहले से संग्रहित सूचनाएं नष्ट हो जाती हैं।
Floppy Disk के आकार
सामान्यतः Floppy का आकार 3.50” या 5.25″ का होता हैं। पहले Floppy 8 इंच की भी आती थी। यह घनाकार होती हैं। वर्तमान में 3.50” की Floppy का उपयोग किया जाता हैं।
5.25″ की Floppy Disk
इसमें दोनों तरफ की सतहों पर 40-40 Track होते हैं। प्रत्येक Track में 9 Sector होते हैं। प्रत्येक सेक्टर में 512 Bytes की सूचनाएं संग्रहित कर सकते हैं। प्रत्येक अक्षर को संग्रहित करने के लिए 1 Bytes की आवश्यकता होती हैं।
5.25” की floppy की कुल संग्रहण क्षमता =\frac{9\times 512}{1024}\times 40\times 2=368640 \space Bytes10249×512×40×2=368640 Bytes= 368640 = 360 kb=368640=360kb
3.50″ की Floppy Disk
इस Disk की दोनों सतहों पर 80-80 Tracks होते हैं। प्रत्येक Track में 18 Sector होते हैं। प्रत्येक Sector 512 Byte की सूचना संग्रहित कर सकता हैं।
\frac{80\times18\times512\times2}{1024\times1024}=1.40MB1024×102480×18×512×2=1.40MB
उपयोग
- इसका उपयोग करना आसान होता हैं।
- यह बहुत सस्ती होती हैं।
- इसे एक स्थान से दूसरे स्थान पर आसानी से ले जाया जा सकता हैं।
सीमाएं
- अत्यधिक सूचनाओं वाली फाइल को संग्रहित नहीं किया जा सकता हैं।
- यह जल्दी खराब हो जाती हैं।
Floppy Type | Bytes | Tracks | Sector/Track | Byte/Sector |
5.25″ | ||||
Single-Sided Single Density | 80 KB | 20 Tracks | 8 | 512 |
Single Side double-density | 160 KB | 40 Tracks | 8 | 512 |
Double-Sided double-density | 360 KB | 40 Tracks | 9 | 512 |
Double-Sided High density | 1.2MB | 80 Tracks | 15 | 512 |
3.50″ | ||||
Double-Sided Single density | 720 KB | 80 Tracks | 9 | 512 |
Double-Sided Double density | 1.44 MB | 80 Tracks | 18 | 512 |