science in hindi

science in hindi

रक्त का संगठन

रक्त का संगठन यह एक प्रकार द्रव्य संयोजी उतक है। रूधिर की उत्पत्ति भ्रूण की मिसोडर्म से होती है। शरीर में (मानव) रूधिर की मात्रा शरीर के भार की 7% होती है। इसकी प्रकृति क्षारीय होती है pH value = 7.4 सामान्य व्यक्ति में 5 से 6 लीटर रक्त पाया जाता है। रक्त का लाल …

रक्त का संगठन Read More »

Spread the love

लाल रक्त कणिकाएं ( Red Blood Cells )

लाल रक्त कणिकाएं ( Red Blood Cells )– इनको इरिथ्रोसाइटस भी कहते हैं। इनका निर्माण लाल अस्थि मज्जा में होता है (जन्म के बाद में)। गर्भस्थ शिशु (featus) में इनका निर्माण यकृत एवं प्लीहा में होता है। वयस्क मनुष्य में R.B.C. की संख्या : पुरूष में 50 से 55 लाख/ cumm3 of Blood तथा स्त्री में …

लाल रक्त कणिकाएं ( Red Blood Cells ) Read More »

Spread the love

श्वेत रक्त कणिकाएं ( White Blood cells )

श्वेत रक्त कणिकाएं ( White Blood cells )- इनका निर्माण अस्थिमज्जा, लिम्फनोड में होता है। इनका जीवनकाल औसतन 1 से 4 दिन होता है एवं Lymphocyts का वर्षों तक भी। इनमें केन्द्रक पाया जाता है। इनकी आकृति अनिश्चित होती है (अमीबा के समान) एवं ये आकार में R.B.C. से बड़ी होती है (19 से 16 \muμm …

श्वेत रक्त कणिकाएं ( White Blood cells ) Read More »

Spread the love

रूधिर पट्टिकाएं (Blood Platelets)

रूधिर पट्टिकाएं (Blood Platelets) – इन्हें थ्रोम्बोसाइट भी कहते हैं। ये वास्तविक कोशिकाएं ना होकर एक बड़ी कोशिका के टुकड़े हैं। इनका आकार R.B.C. एवं W.B.C. से छोटा (2-3 \muμm) होता है। इनका निर्माण भी अस्थि मज्जा में ही होता है। इनका जीवनकाल 1 सप्ताह तक होता है। इनका मुख्य कार्य रूधिर के थक्के बनाना होता …

रूधिर पट्टिकाएं (Blood Platelets) Read More »

Spread the love

रक्त का थक्का जमना

रूधिर स्कन्दन (Blood Clotting) : इसे रूधिर का थक्का बनना कहते हैं। यह एक जटिल प्रक्रिया है जब किसी शरीर के भाग से करने पर रूधिर निकलता है। तब रूधिर में उपस्थित प्लेटलेटस से स्त्रावित रासायनिक पदार्थ रूधिर के प्रोटीन से क्रिया करके प्रोथ्रोम्बोप्लास्टीन नामक पदार्थ में बदल जाती है। रक्त का थक्का जमना प्रोथ्रोम्बोप्लास्टीन + रूधिर …

रक्त का थक्का जमना Read More »

Spread the love

हृदय की संरचना एवं कार्य

सबसे व्यस्त मानव अंग हृदय है। विश्व में पहला हृदय प्रत्यारोपण डॉ. क्रिस्टियन बर्नाड द्वारा किया गया था सर्वप्रथम कृत्रिम हृदय का प्रयोग (शल्य चिकित्सा के दौरान) माइकेल डी बाने ने किया था। पेस-मेकर हृदय की धड़कन को नियंत्रित करता है। स्वस्थ व्यक्ति की हृदय धड़कन 72 बार प्रति मिनट होती है। हृदय की ध्वनियाँ (लब, डब) को स्टैथोस्कोप …

हृदय की संरचना एवं कार्य Read More »

Spread the love

एन्टीजन एवं एन्टीबॉडी

कार्ल लैंडस्टीनर ने सन् 1900 ई. में पता लगाया कि मनुष्य में रूधिर के चार वर्ग होते हैं तथा इन वर्गों को A, B, AB और 0 नाम दिया। विभिन्न रूधिर वर्गों में भिन्नता का कारण R.B.C. की कोशिका झिल्ली पर पाये जाने वाले विशेष ग्लाइकोप्रोटीन होते हैं जिन्हें एन्टीजन कहते हैं। एन्टीजन एवं एन्टीबॉडी …

एन्टीजन एवं एन्टीबॉडी Read More »

Spread the love

पाचन तंत्र के कार्य

पाचन तंत्र के कार्य हर्निया कुछ लोगों में आहारनाल की लम्बाई बढ़ जाती है। और यह आहारनाल नर में वृषण कोष में प्रवेश कर जाती है जबकि महिला के पेट के पास जमा हो जाती है, जिसे हर्निया कहा जाता है। बवासीर (पाईल्स) यदि रक्त वाहनियों की लम्बाई बढ़कर बड़ी आँत से बाहर आ जाती …

पाचन तंत्र के कार्य Read More »

Spread the love

मानव रोग – Human Diseas

मानव रोग ( Human Diseas) के प्रकार जन्मजात रोग : होठ का फटना, विदीर्णतालु, Cleft-palate। संक्रामक रोग : यह हानिकारक सूक्ष्म जीवों के कारण होता है। उदाहरण- जीवाणु, विषाणु, कवक एवं प्रोटोजोआ। असंक्रामक रोग : मधुमेह, जोड़ो का दर्द, कैंसर तथा हृदय रोग इत्यादि। संक्रामक जीवाणु जनित रोग हैजा (Cholera) – विव्रिओ कालेरी नामक जीवाणु से। लक्षण- उल्टी एवं दस्त होना। उपचार– …

मानव रोग – Human Diseas Read More »

Spread the love

छोटी आँत – पाचन तंत्र

छोटी आँत (Small intestines) शरीर में सर्वाधिक पाचन की प्रक्रिया छोटी आँत में होती है। छोटी आँत  के भाग (3) :- लम्बाई का क्रम – (D<J<I)  ग्रहणी (ड्‌येडेनम) यह छोटी आँत का भाग है। छोटी आँत का सबसे छोटा व सबसे चौडा भाग है। मध्यांत्र (जेजुनम) ग्रहणी मध्यांत्र में खुलती है, मध्यांत्र की लम्बाई ग्रहणी से ज्यादा होती …

छोटी आँत – पाचन तंत्र Read More »

Spread the love
error: Content is protected !!