Guhila dynasty

कुम्भलगढ़ दुर्ग | Kumbhalgarh Fort

कुम्भलगढ़ दुर्ग मेवाड़ – मारवाड़ सीमा पर राजसमन्द जिले में स्थित गिरि दुर्ग। इस दुर्ग का निर्माण महाराणा कुम्भा ने मौर्य शासक सम्प्रति द्वारा निर्मित एक प्राचीन दुर्ग के ध्वंसावशेषों पर शिल्पी मंडन की देखरेख में करवाया था। निर्माण काल :- 1448-1458 ई.। प्रवेश द्वार :- ओरठ पोल, हल्ला पोल, हनुमान पोल, विजय पोल, भैरव पोल, नींबू …

कुम्भलगढ़ दुर्ग | Kumbhalgarh Fort Read More »

Spread the love

चित्तौड़गढ़ दुर्ग | Chittorgarh Fort

चित्तौड़गढ़ दुर्ग निर्माता :- चित्रांगद मौर्य (मौर्य राजा) (प्रसिद्ध ग्रंथ वीर विनोद के अनुसार) चितौड़ में गंभीरी और बेड़च नदियों के संगम पर स्थित दुर्ग। 616 मीटर ऊँचे मेसा पठार पर निर्मित दुर्ग। (गिरि दुर्ग) यह दुर्ग राजस्थान के किलों में क्षेत्रफल की दृष्टि से सबसे बड़ा दुर्ग है। (क्षेत्रफल – 28 वर्ग किमी.) यह दिल्ली-मालवा …

चित्तौड़गढ़ दुर्ग | Chittorgarh Fort Read More »

Spread the love

उदयपुर के मंदिर | Udaipur Mandir GK

उदयपुर के मंदिर, Udaipur Mandir GK, एकलिंगजी मंदिर, जगत, ऋषभदेव, सास-बहू का मंदिर, जावर का विष्णु मंदिर, जगदीश मंदिर (उदयपुर), स्कंध कार्तिकेय मंदिर, मछदरा (संइया) मंदिर, ईडाणा माता मंदिर, आहड़ के जैन मंदिर,

Spread the love

राजस्थान में मुगल राजपूत सम्बन्ध

इस पोस्ट में हम आप को राजस्थान में मुग़ल और राजपूत के सम्बन्ध, akbar ki rajput niti, mughal rajput relations, mughal rajput relations in hindi, mughal rajput sambandh, mughal rajput marriage, के बारे में विस्तार से जानकारी प्रदान करगे। मुगल – राजपूत सम्बन्ध भारत में मुगल वंश का शासन 1526 ई. से प्रारम्भ होता है। …

राजस्थान में मुगल राजपूत सम्बन्ध Read More »

Spread the love

कुशलगढ़ ठिकाना | शाहपुरा रियासत

बाँसवाड़ा के महारावल कुशलसिंह ने कुशलगढ़ ठिकाना कस्बा बसाया था। यहाँ के शासक रामावत राठौड़ थे जिनकी उपाधि ‘राव’ थी। यहाँ के शासक राव हम्मीर सिंह तथा महारावल लक्ष्मणसिंह के मध्य विवाद हुआ तथा हम्मीर सिंह ने स्वयं को बांसवाड़ा से स्वतंत्र शासक घोषित किया। राव हम्मीरसिंह के पुत्र राव जोरावर सिंह के काल में …

कुशलगढ़ ठिकाना | शाहपुरा रियासत Read More »

Spread the love

प्रतापगढ़ के गुहिल वंश

इस पोस्ट में हमने आप को राजस्थान में प्रतापगढ़ के गुहिल वंश ( pratapgarh ka itihas in hindi ) का इतिहास, प्रतापगढ़ का गुहिल वंश के बारे में विस्तार से जानकारी प्रदान करगे। प्रतापगढ़ के गुहिल वंश का इतिहास प्रतापगढ़ के शासक सूर्यवंशी क्षत्रिय थे तथा इन्हें ‘महारावत’ कहा जाता था। इनका संबंध गुहिल वंश …

प्रतापगढ़ के गुहिल वंश Read More »

Spread the love

बांसवाड़ा के गुहिल वंश

हमारी पिछली पोस्ट हमने आप को राजस्थान में डुंगरपुर का इतिहास के बारे जानकारी प्रदान की थी इस पोस्ट में हम आप को बांसवाड़ा के गुहिल वंश का इतिहास, बांसवाड़ा की स्थापना किसने की थी, के बारे में जानकारी प्रदान करगे। बांसवाड़ा के गुहिल वंश का इतिहास महारावल उदयसिंह के पुत्र जगमाल ने बांसवाड़ा में गुहिल …

बांसवाड़ा के गुहिल वंश Read More »

Spread the love

वागड़ का गुहिल वंश

हमारी पिछली पोस्ट में हम ने आप को मेवाड़ का गुहिल वंश का इतिहास के बारे में जानकारी प्रदान की थी इस पोस्ट में हम आप को राजस्थान के dungarpur ka itihas के बारे जानकरी प्रदान करगे। वागड़ का गुहिल वंश | dungarpur palace डूंगरपुर तथा बांसवाड़ा के सम्पूर्ण भू-भाग को वागड़ कहा जाता है। …

वागड़ का गुहिल वंश Read More »

Spread the love

मेवाड़ का गुहिल वंश

इस पोस्ट में हम आप को मेवाड़ का गुहिल वंश की उत्पत्ति, gohil vansh, गोहिल वंश का इतिहास, मेवाड़ के सिसोदिया वंश, मेवाड़ का इतिहास,हरित ऋषि कौन थे, mewar ka itihas, मेवाड़ की शासक वंशावली, गुहिल राजवंश,सिसोदिया वंश की 24 शाखाएं के बारे में विस्तार से जानकारी प्रदान करगे। मेवाड़ का गुहिल वंश | Mewar …

मेवाड़ का गुहिल वंश Read More »

Spread the love
error: Content is protected !!